Intraday trading strategies in Hindi: स्टॉक मार्केट में इंट्राडे या डे ट्रेडिंग होता है। डे ट्रेडिंग कम समय में प्रॉफिट कमाने का सबसे अच्छा तरीका है। इंट्राडे थोड़ा रिस्की होता है, क्यूंकि इसमें लॉस होने का खतरा भी होता है। यदि आप गलत स्ट्रेटेजी फॉलो करते है, तो प्रॉफिट के बजाय लॉस होगा।
ट्रैड में प्रॉफिट ज्यादा और लॉस कम-से-कम हो, इसके लिए सभी ट्रेडर अलग-अलग स्टेटजी बनाते है। इसमें से कुछ स्टेटजी का परिणाम बहुत प्रॉफिटेबल, तो कुछ का अनुभव बहुत बुरा होता है। आज इस आर्टिकल में एक सफल स्टेटजी के बारे में बताया गया है। इसे जानने के लिए आपको आर्टिकल पूरा पढ़ना पड़ेगा।
स्टेटजी के फायदे
स्टॉक मार्केट में लाखों लोग डे ट्रेडिंग करते है। सभी ट्रेडर प्रॉफिट कमाने के लिए अलग-अलग स्ट्रेटेजी बनाते और फॉलो करते है। कई स्टेटजी सफल होती है। आज इस आर्टिकल में एक सफल स्टेटजी की बात की जाएगी। इसमें प्रॉफिट कमाने के चांस ज्यादा होता है।
Intraday trading strategies in Hindi
यह स्ट्रेटेजी काफी सफल है, इसे लगभग सभी ट्रेडर फॉलो करते है। इस स्ट्रेटेजी से प्रॉफिट ज्यादा और लॉस की सम्भावना कम होती है। तो अब हम स्ट्रेटेजी को स्टेप वाइज समझते है:
1. गैप उप ओपनिंग वाला शेयर खोजें
स्टॉक मार्केट 9:15 को खुलता है और कई सारे स्टॉक की कीमत मार्केट खुलते ही 5% से 10% बढ़ जाते है। आपको इस तरह के शेयर को खोजना होगा।
इस तरह के स्टॉक को सामान्य तरीके से नहीं खोजा जा सकता। इसके लिए एक टूल की जरुरत पड़ेगी। यह टूल इंटरनेट पर फ्री है। इसका लिंक मैं यहाँ दे देता हूँ। आप क्लिक करके सीधे उस वेबसाइट में पहुँच जायेंगे।
2. 5 मिनट के चार्ट एनालिसिस
टूल वेबसाइट से जो उस स्टॉक का चयन करें, जिसमे वॉल्यूम 1 लाख और चेंज 3% से ज्यादा हो। उसके बाद स्टॉक के कैंडल चार्ट पर जाएँ और चार्ट पैटर्न को 5 मिनट पर सेट करें। लास्ट 7 से 14 दिन के पैटर्न को ध्यान से समझे।
मार्केट ओपन होने के बाद पहला कैंडल 5 मिनट बाद बनेगा। कैंडल के लौ और हाई प्राइस को मार्क करें। इसके बाद 15 मिनट तक रुकें। यदि 15 मिनट बाद पहले कैंडल के हाई प्राइस को पार करता है, तो आपको ट्रैड हाई प्राइस पर खरीदना है और स्टॉपलॉस पहले कैंडल के लौ प्राइस पर रखनी है।
यदि आप कम रिस्क लेना चाहते है, तो स्टॉपलॉस कैंडल के आधे पर रखें। यदि ट्रेड आपके अनुसार जाये तो स्टॉपलॉस को भी आगे बढ़ाएं। जैसे आपने ट्रेड में एंट्री 625 पर की और स्टॉप लॉस 610 था, तो प्राइस 635 होने पर स्टॉप लॉस 620 करें।
3. चार्ट एनालिसिस: Intraday trading strategies in Hindi
इस स्ट्रेटेजी में चार्ट एनालिसिस बहुत जरुरी है। यदि आप स्किल बहुत अच्छा है, तो आपका एकयूरेसी ज्यादा होगा। क्यूंकि स्ट्रेटेजी की सफलता आपके चार्ट पढ़ने के ज्ञान और स्किल पर निर्भर भी करती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में चार्ट सबसे महत्वपूर्ण है। चार्ट के प्रत्येक कैंडल को देखें और समझे। जब चार्ट निचे जाने वाला हो, तो ट्रेड से एग्जिट हो जाएँ।
अंतिम शब्द: Intraday trading strategies in Hindi
झूठ से ज्यादा खतरनाक होता है आधा सच। इसलिए यह बात आपको जानना जरुरी है। इंट्राडे में कोई भी स्टेटजी 100% सफल नहीं है और ना ही कभी हो सकता है। यदि 10 ट्रैड में कोई स्टेटजी 7 बार प्रॉफिट और 3 बार लॉस कराती है, तो स्टेटजी सफल माना जाता है।
इसलिए आप कोई भी स्टेटजी फॉलो करें, उसमें रिस्क होता है। ट्रैड में एंट्री लेते वक्त प्रॉफिट और लॉस दोनों कैलकुलेट करें। कैलकुलेट रिस्क लें ताकि मार्केट में लम्बे समय तक टिक सकें।
इंट्राडे में कितना मार्जिन मिलता है?
इंट्राडे में 5x का मार्जिन मिलता है। किसी- किसी स्टॉक में ब्रोकर मार्जिन 2.5x का मार्जिन देता है। यह पूरी तरह ब्रोकर पर निर्भर करता है।